इंटरनेट (Internet)

इंटरनेट क्या है? (What is Internet):-

इंटरनेट इंटरनेशनल नेटवर्किंग का संक्षिप्त रूप है। यह दुनिया भर में फैले हुए अनेक छोटे-बड़े कम्प्यूटर नेटवर्कों के विभिन्न संचार माध्यमों द्वारा आपस में जुड़ने से बना विशाल व विश्व व्यापी जाल है। जो समान नियमों का अनुपालन कर एक दूसरे से संपर्क स्थापित करते हैं तथा सूचनाओं का आदान-प्रदान संभव बनाते हैं

इंटरनेट नेटवर्कों का नेटवर्क है। यह संसार का सबसे बड़ा (World Wide Web Consortium- W3C) की स्थापना की गई। नेटवर्क है जो दुनिया भर में फैले व्यक्तिगत, सार्वजनिक, शैक्षिक, व्यापारिक तथा सरकारी नेटवर्कों के आपस में जुड़ने से बनता है। इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के कारण ही आधुनिक युग को इंटरनेट का युग कहा जाता है । इंटरनेट का विकासः प्रो. जे.सी. लिक्लाइडर (j.C. Licklider) ने सर्वप्रथम इंटरनेट का विचार 1962 में दिया था। इसी कारण, ‘इंटरनेट का जनक’ कहा जाता है इन्हें

इंटरनेट का प्रारंभ

इंटरनेट का प्रारंभ 1969 ई. में अमेरिकी रक्षा विभाग द्वारा आर्पानेट (ARPANET – Advanced Research Project Agency Net) के विकास में किया गया था।

नोट: आर्पानेट को दुनिया का पहला नेटवर्क कहा जाता है। 1989 में इंटरनेट को आम जनता के लिए खोल दिया गया था। 1989 में टिम बर्नस ली ने हाइपर टेक्स्ट मार्कआप लैंग्वेज (HTML) का विकास दिया।

वर्ल्ड वाइड वेब (www.world wide web)

वर्ल्ड वाइड वेब (www.world wide web) वर्ल्ड वाइड वेब (www.world wide web) का प्रस्ताव टिम बर्नर्स ली द्वारा 1989 ई. में दिया गया था। इसी कारण, इंग्लैंड के वैज्ञानिक टिम बर्नस ली को वर्ल्ड वाइड वेब का जनक माना जाता है। वर्ल्ड वाइड वेब (www) पर हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल (http) तथा टीसीपी/आईपी (TCP/IP) के द्विस्तरीय नियमों का परिपालन किया जाता है।वर्ल्ड वाइड वेब (www) का पहला आम प्रयोग 6 अगस्त 1991 को किया गया था।Mosaic वर्ल्ड वाइड वेब पर प्रयुक्त पहला ग्राफिकल वेब 78 ब्राउसर (Graphical Web Browser) था जिसका विकास मार्क एण्डरसन ने 1993 में किया था।1993 ई. में सर्न (CERN- European Organisation for Nuclear Research) ने वर्ल्ड वाइड वेब की निःशुल्क उपयोग के लिए उपलब्ध कराया। 1994 ई. में वर्ल्ड वाइड वेब के लिए विभिन्न मानको तथा प्रोटोकॉल का विकास करने के लिए वर्ल्ड वाइड वेब संघ की स्थापना की गयी थी। 15 अगस्त 1995 ई. को विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL) द्वारा भारत में इंटरनेट सेवा प्रारम्भ की गई है।

नोट: प्रोफेसर जे.सी. लिक्लाइडर को इंटरनेट का जनक कहा जाता है। आर्पानेट दुनिया का प्रथम नेटवर्क कहलाता है। www का जनक इंग्लैण्ड के वैज्ञानिक टिम बर्नस ली को कहा जाता है।

टर्म ऑपरेटर (Term Operator)

टर्म ऑपरेटर सर्च इंजन पर वांछित वेब पेज को खोजना प्रभावी और आसान बनाता है। कुछ प्रचलित टर्म ऑपरेटर निम्न हैं।

AND (+)

दो Keywords के बीच AND या (+) लगाने पर सर्च इंजन उन सभी वेब पेज को प्रदर्शित करता है। जिनमें दोनों Keywords होते हैं। And सर्च इंजन का डिफाल्ट ऑपरेटर है।

OR (I)

Or then again या / से जुड़े शब्दों को खोजने पर सर्च इंजन उन सभी वेब पेज को प्रदर्शित करता है। जिनमें दोनों Keywords में से कोई एक भी शब्द हो ।

NOT (-)

NOT या (-) से जुड़े शब्दों को खोजने पर सर्च इंजन उन वेब पेज को प्रदर्शित करता है। जिसमें पहला शब्द तो हो, पर NOT से जुड़ा दूसरा शब्द न हो ।

Phrase Search (” “)

फ्रेज सर्च में शब्दों को Inverted Comma के अंदर रखा जाता है। इससे सर्च इंजन उस वेब पेज को प्रदर्शित करता है जिससे पूरा फ्रेज एक साथ उपलब्ध हो ।

वाइल्ड कार्ड (Wild card)

वाइल्ड कार्ड वह विशेष चिह्न (Special Symbol) है। जिसका प्रयोग किसी सूचना या वेब पेज को खोजने के दौरान Keyword के साथ किया जाता है। वाइल्ड कार्ड किसी एक करैक्टर या एक से अधिक करैक्टर के समूह को इंगित करता है प्रश्न चिह्न (?) तथा एस्टेरिस्क या स्टार (*) वाइल्ड कार्ड के उदाहरण हैं।

नोट: प्रश्न चिह्न (?) एक बार में एक कैरेक्टर को निरूपित करता है। जबकि asterisk (*) एक बार में एक व एक से अधिक कैरेक्टर को निरूपित करता है।

सर्फ़िंग (Surfing)

वेब से अपने पसंद की सूचना को ढूँढने में एक वेब पेज से दूसरे वेब पेज पर जाना सर्फिंग कहलाता है। वेब पेज पर उपलब्ध हाइपर लिंक इस कार्य को आसान बनाता है।

हिट्स (Hits)

वर्ल्ड वाइड वेब पर कोई भी जानकारी प्राप्त करने के लिए, वेब पेज का शीर्षक या कुछ मुख्य शब्दों (कीवर्ड) को वेब खोज इंजन पर टाइप किया जाता है। खोज इंजन परिणामों की एक सूची प्रदर्शित करता है। जिसे हिट कहा जाता है।

पुश मैसेज (Push Message)

सामान्यतः इंटरनेट के जरिए वेब पेज या फाइल अपने कम्प्यूटर पर प्राप्त करने के लिए सर्वर को इसका अनुरोध (Request) भेजा जाता है। इसके बाद वेब पेज या फाइल को सर्वर से कम्प्यूटर तक PULL या खींचा जाता है। इसे डाउनलोड भी कहते हैं । दूसरी तरफ, पुश मैसेज को सर्वर द्वारा कम्प्यूटर या मोबाइल फोन पर बिना किसी अनुरोध के Push या धकेला जाता है। इस तकनीकी का उपयोग सर्वर द्वारा उपभोक्ता को सूचना, Update या एसएमएस भेजने के लिए किया जाता है।

पिंग (Ping)

पिंग इंटरनेट पर एक कंप्यूटर परीक्षण और अन्य उपकरण है, जो दिखाता है कि कंप्यूटर या उपकरण सही काम करते हैं या नहीं। इंटरनेट पर किसी सर्वर के प्रतिक्रिया देने में लगा समय (Response time) की जांच भी पिंग कहलाता है । पिंग द्वारा किसी विशेष IP address वाले कम्प्यूटर या उपकरण के उपलब्धता की जांच की जाती है। इसके लिए उस IP address पर कोई सूचना पैकेट भेजा जाता है तथा प्राप्त जवाब की जांच की जाती है।

भारत में इंटरनेट (Internet in India)

भारत में इंटरनेट का प्रारम्भ 80 के दशक में हुआ जब अर्नेट (ERNET- Education and Research Network) के माध्यम से भारत के पांच प्रमुख संस्थानों को जोड़ा गया। भारत में जनता के लिए इंटरनेट सेवाएं 15 अगस्त, 1995 को निगाम लिमिटेड फॉरेन कम्युनिकेशन (VSNL) द्वारा शुरू हुईं।

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